खाटू धाम से क्या लाना चाहिए: 5 महत्वपूर्ण चीजें

बाबा खाटू श्याम के चरणों में हाजिरी लगाकर लौटते हुए, आप अपने साथ उनके धाम का आशीर्वाद भी ले जा सकते हैं। यहां कुछ पावन निशान हैं, जिन्हें लाकर आप अपने घर में हरे का सहारा और मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद बनाए रख सकते हैं:

  1. बाबा श्याम का अमृत जल: अमावस्या के पावन स्नान से अभिषेक किया गया जल, जिसे “पंचामृत” भी कहते हैं, अपने साथ ज़रूर लाएं। यह स्वास्थ्य लाभ और मन की शांति के लिए जाना जाता है। इसे थोड़ी-थोड़ी मात्रा में ग्रहण कर सकते हैं या घर में छिड़क सकते हैं।
  2. श्याम कुंड का पवित्र जल: इस प्राकृतिक कुंड का जल स्नान के लिए इस्तेमाल होता है। यह त्वचा रोगों से निजात दिलाने और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने में सहायक माना जाता है। इसे घर लाकर स्नान के पानी में मिला सकते हैं या पूजा-पाठ में उपयोग कर सकते हैं।
  3. बाबा श्याम का प्रसाद: नारियल, इत्र, मोर पंख, चुनरी या ध्वजा जैसे प्रसाद खाटू धाम से लाकर अपने पूजा स्थान में रखें। ये निशान बाबा श्याम की कृपा बनाए रखने में सहायक होते हैं।
  4. खाटू धाम की पवित्र मिट्टी: इस पवित्र धाम की मिट्टी को “पांडव मिट्टी” भी कहा जाता है। इसे घर लाकर तुलसी के गमले में डालें या पूजा स्थल पर रखें। यह शुभता और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने में विश्वास किया जाता है।
  5. बाबा श्याम का वस्त्र: मंदिर परिसर में स्थित “गुफा” से प्राप्त वस्त्र, जिसे “गुफा वस्त्र” भी कहते हैं, विशेष रूप से पावन माना जाता है। इसे घर लाकर पूजा स्थल पर रखें या तिजोरी में संभालकर रखें। यह आर्थिक सुख-समृद्धि और मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद बनाए रखने में सहायक माना जाता है।

अतिरिक्त:

  • खाटू का खजाना: बाबा श्याम की रथयात्रा के दौरान बांटा जाने वाला “खजाना”, धन, स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसे पाकर अपने आप को धन्य समझें और श्रद्धापूर्वक संभालकर रखें।

ध्यान दें:

  • ये सभी निशान श्रद्धा और विश्वास के साथ लाएं। इनका लाना अनिवार्य नहीं है, लेकिन माना जाता है कि ये बाबा श्याम की कृपा को बनाए रखने में सहायक होते हैं।

जय श्री श्याम!